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Ramdhari Gupta Khand 1 Exercise 23 60WPM, 80WPM Hindi Shorthand Dictation

आपको रामधारी गुप्ता खण्ड 1 की प्रतिलेखन संख्या 23 का हिंदी मे 60 wpm, 80wpm की स्पीड मे hindi dictation बोला गया है। इसको आप 4 से 5 बार लिख कर प्रैक्टिस करें।

Ramdhari Gupta Khand 1 Exercise 23 60 WPM Audio

 

Ramdhari Gupta Khand 1 Exercise 23 70 WPM Audio

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Ramdhari Khand 1 Exercise 23 80 WPM Audio

 

Dictation लिखें – Khand 1 Exercise 22

उच्च गति अभ्यास प्रतिलेखखन संख्या – 23

महोदय, जो यह बजट प्रस्तुत हुआ है वह देश का एक ऐसा नया चित्र उपस्थित करता है, जो चित्र उम्मीद का है, आशा का है, सफलता का है। इसमें नए कर ज्यादा नहीं लगाए गए हैं और जो थोड़े से कर लगाए भी गए हैं वे इस ढंग से लगाए गए हैं कि सभी लोगों पर उस का बोझ पड़ता है। इससे भी उनको निराशा हुई है। दूसरी बात जिससे उनको निराशा हुई है यह है कि एक दो वर्ष देश को लेन-देन के मामले में कठिनाई का सामना करना पड़ा था, योजना को कठिनाई में पड़ना पड़ा था, वह कठिनाई दूर हो गई है और मैं सदन की तरफ से उन देशों को धन्यवाद देना चाहता हूँ, उन देशों के प्रति आभार प्रदर्शित करना चाहता हूँ, जिन्होंने हमारी इस कठिनाई को दूर करने में आगे बढ़कर हाथ बटाया है। मेरे मित्रों को इससे निराशा हुई है कि विदेशी सहायता बहुत ज्यादा और तेजी से पहुँच रही है, और हमारी जो कठिनाई दूर हो गई है इससे उनको परेशानी हुई। कम्युनिस्ट इसलिए भी परेशान हैं कि पिछले एक दो वर्षों में देश की पैदावार बहुमुखी ढंग से बढ़ी है औ‌द्योगिक पैदावार बढ़ी है यह उनके लिए निराशा का कारण बना है। उनकी निराशा इसलिए भी बढ़ी है कि उन का मालिक, उनका मित्र, हमारे देश की सीमा पर जब फौज लेकर खड़ा है और जब देश पर खतरा है तो क्यों देश की आर्थिक हालत, क्यों देश की वित्तीय हालत तथा दूसरी हालत इतनी अच्छी हुई है। और क्यों इतनी अच्छी छवि उभरी है। लेकिन उनकी निराशा हमारी सबसे बड़ी आशा है, उनकी असफलता हमारी सबसे बड़ी सफलता है, और मैं समझता हूँ कि उनके भाषण हमारे वित्त मंत्री महोदय के लिए सबसे बड़े बधाई के भाषण हैं।

दो-तीन और चीजों की ओर मैं आपका ध्यान दिलाना चाहता हूँ। उन की ओर दूसरे माननीय सदस्यों ने भी आपका ध्यान दिलाया है। हमारी सरकार का ध्यान भी उस ओर गया है। लेकिन मैं समझता हूँ कि उन पर और अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। पहली बात तो यह है कि जब चीजों की पैदावार बढ़ रही है, जब देश उन्नति की तरफ जा रहा है, तब भी देश में क़ीमतें बढ़ रही हैं। (362)

pratilekhan 23
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