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Ramdhari Gupta Khand 1 Exercise 8 60 WPM Hindi Shorthand Dictation

आपको रामधारी खण्ड 1 की प्रतिलेखन संख्या 8 का हिंदी मे 60 शब्द प्रति मिनट की स्पीड मे shorthand dictation बोला गया है। इसको आप कम से कम 5 से 6 बार लिखें इस अभ्यास 8 को 60wpm की speed पर। कठिन शब्दो को अलग से लिख कर प्रैक्टिस करें।

Ramdhari Gupta Khand 1 Exercise 8 60 WPM Audio

 

Ramdhari Gupta Khand 1 pratilekhan 7

प्रतिलेखखन संख्या – 08

अध्यक्ष महोदय, आपने मुझे दसवीं पंचवर्षीय योजना पर बोलने का अवसर दिया, इसके लिए मैं आपका आभारी हूँ। आपने मुझे कम समय दिया, इसके लिए भी आभारी हूँ। अभी मेरे से पूर्व कुछ सदस्यों ने हम पर यह आरोप भी लगाया कि हम योजना में विश्वास नहीं रखते। उन्होंने तो यह भी कहा कि हमारे चुनाव घोषणा-पत्र में भी उनको इस बारे में कुछ नजर नहीं आया। मैं इस बारे में यह निवेदन करना चाहता हूँ कि उन्होंने कोई दूसरा घोषणा-पत्र देखा, गलत घोषणा पत्र पढ़ा और उसी को हमारा घोषणा-पत्र समझ बैठे। लेकिन मैं यह कहना चाहता हूँ कि हमारा घोषणा-पत्र इस समय मेरे पास है। इस घोषणा-पत्र में हमारी घोषणा में योजना के बारे में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि हम योजना पर विश्वास रखते हैं। लेकिन ऐसी योजना पर विश्वास नहीं रखते जो जनता के दुखों को दूर नहीं कर सकती, जो जनता के कष्ट दूर नहीं कर सकती। आज तक जितनी भी योजनाएँ बनाई गई हैं, जिन्हें हम पहली पंचवर्षीय योजना, दूसरी पंचवर्षीय योजना और दसवीं पंचवर्षीय योजना आदि कहते हैं और उन योजनाओं में हमने जो कुछ निर्धारित किया उनसे हम जनता के दुखों को दूर नहीं कर सके और जनता के कष्ट दूर नहीं हुए। इन योजनाओं के परिणाम भी हमारे सामने हैं। बड़े-बड़े अनुभवी बैठे, उन्होंने योजनाएँ बनाई लेकिन योजनाएँ ठीक प्रकार से कार्यान्वित नहीं की गईं। उन योजनाओं में काफी दोष थे जिसके कारण ये योजनाएँ लोगों के दुखों को दूर नहीं कर सकीं। लोग दुखी ही रहे ।

मैं यहाँ पर कहना चाहता हूँ कि जो हमारी योजना थी उसका परिणाम क्या निकला? उसका परिणाम यही निकला कि हमें रुपए का मूल्य कम करना पड़ा। जो योजना होती है वह राष्ट्र धन को ऊँचा करने के लिए बनाई जाती है। लेकिन हमारे सामने आँकड़े हैं, इसका परिणाम हमारे सामने है। हमने अब तक नौ पंचवर्षीय योजनाएँ कार्यान्वित की हैं लेकिन हमारी प्रति व्यक्ति आय में और ज़ीवनस्तर में अपेक्षित वृद्धि नहीं हुई है। यह दुख की बात है। मैं यह कहना चाहता हूँ कि हमारा ऐसी योजना में विश्वास नहीं है जो जनता के कष्टों को, जनता के दुखों को दूर न कर सके। हम ऐसी योजनाओं पर विश्वास करते हैं जो उनकी आयु बढ़ा सकें, उनका आर्थिक विकास कर सकें, उन्हें उन्नत कर सकें। (376 शब्द)

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