Ramdhari Gupta Khand 1 Exercise 18 60WPM, 80WPM Hindi Shorthand Dictation
आपको रामधारी खण्ड 1 की प्रतिलेखन संख्या 18 का हिंदी मे 60 wpm, 80wpm की स्पीड मे hindi dictation बोला गया है। इसको आप 5 से 6 बार लिखें और कठिन शब्दो को अलग से लिख कर प्रैक्टिस करें।
Ramdhari Gupta Khand 1 Exercise 18 60 WPM Audio
Ramdhari Khand 1 Exercise 18 80 WPM Audio
Dictation लिखें – Khand 1 Exercise 17
उच्च गति अभ्यास प्रतिलेखखन संख्या – 18
उपाध्यक्ष महोदय, मैं निवेदन कर रहा था कि जब हम कोई प्रश्न उठाएँ तो यह देखें कि हम इसमें से कहाँ तक बढ़ा सकते हैं। किसी चीज का मूल्य क्या हो, महँगी पड़े या सस्ती पड़े, इसको हमें विशेष नहीं देखना है। गाँधी जी ने कितनी ही बार हम लोगों को यह बात समझाई कि मूल्य किसी चीज का रुपए-पैसे में क्या है, यह कोई महत्व की बात नहीं है। आप जानते होंगे कि एक वस्तु जो कि हमारे देश में बहुत सस्ती मिलती है, वही वस्तु दूसरे देश में महँगी मिलती है ।
इतना निवेदन करने के बाद अब मैं श्रम विभाग की जो रिपोर्ट है, उसकी एक मद की ओर तुरंत आ जाता हूँ। जैसा कि पहले मैंने कहा मैं समझता हूँ कि हमारे इस श्रम विभाग का महत्व दिन-प्रतिदिन बढ़ेगा । बहुत-से ‘प्रश्न हैं जिनकी तरफ आपका ध्यान भी नहीं है, उन प्रश्नों को आपको लेना पड़ेगा। आज आपका श्रम विभाग अधिकतर औद्योगिक श्रमिकों की ओर ध्यान दे रहा है। अभी हमारे माननीय सदस्य ने जो खेतिहर मजदूरों की दशा सुधारने की ओर भी आपका ध्यान दिलाया था और बतलाया था कि आज उनकी कैसी खराब हालत हो रही है, मैं उनसे पूरी तरह सहमत हूँ। हमारी सरकार का ध्यान देहाती श्रमिकों की ओर नहीं गया है। उनकी बड़ी बुरी हालत है । आपने उनकी दशा सुधारने के लिए क्या किया है ? मैं पूछना चाहता हूँ कि जो लाखों और करोड़ों आदमी देहातों में बेकार बैठे हुए हैं उनको मजदूरी और काम दिलाने के लिए आप क्या कर रहे हैं ? करीब सात लाख आदमी नौकरियों के लिए प्रार्थी हैं जैसा कि रिपोर्ट में लिखा है । इनके अतिरिक्त कितने ही लाखों और करोड़ों आदमी देहातों में बेकार बैठे हुए हैं और कितने ही आधी बेकारी की हालत में हैं और श्रम विभाग उन बेकारों और आधी बेकारी वालों की संख्या पता लगाने में असमर्थ है उनकी संख्या हमको कहीं नहीं मिलती है। मेरा निवेदन यह है कि हमारे देश में बेकारी बहुत अधिक है ! जितना अधिक हम बेकारी को दूर कर सकें उतना ही अधिक हम अपने देश और समाज को सुखी बनाएँगे। इस कार्य में आपका और आपके विभाग का दायित्व बहुत अधिक है। जो भी नया काम आरंभ होता है, उसका दायित्व श्रम विभाग पर रहता है। धन जनता की भलाई के लिए खर्च होना चाहिए ।