Sajnani Exercise 9 80 WPM Hindi Shorthand Dictation
साजनानी किताब के अभ्यास 9 का डिक्टेशन 80 शब्द प्रति मिनट मे दिया गया है। इसको अच्छे से लिख कर अन्य अभ्यास को भी लिखें।
Sajnani Shorthand Dictation Exercise 9 80 WPM Audio
Write Dictation: Sajnani Exercise 8
अभ्यास – 9
मान्यवर, जो लोग बैंकों के राष्ट्रीयकरण के इस कदम को समाजवाद की ओर एक कदम /मानते हैं, वही इस पर ज़ोर देते हैं । वे लोग ज़ोर नहीं देते जो पूँजीवादी // जिस रूप में वह प्रस्तुत /// किया गया है और लक्ष्य चाहे कोई भी हो, आम तौर पर यह कदम उस (1) इच्छा का प्रतीक है जो एकाधिकार को आर्थिक एवं सामाजिक प्रभाव के विरुद्ध लड़ना चाहते हैं । यहाँ तथ्य क्या हैं ? निःसन्देह, चन्द एक बैंक देश की अधिकांश निजी पूँजी के आधिकार में है, इनकी कुल जमा पूंजी के अनुपात में अदा किया गया मूलधन तथा /// रिजर्व बहुत ही कम हैं यानी बड़े बैंकों में 2 प्रतिशत से भी कम इन (2) बैंकों के शेयरों का अधिकांश भाग कई लोगों के हाथों में बिखरा हुआ है जिसमें / से प्रत्येक व्यक्ति अपेक्षाकृत कम पूँजी रखता है। इससे बैंकों पर कारगर नियंत्रण रखने के // लिए अपेक्षाकृत अधिक शेयर रखने वालों के समूह को सहायता मिलती है । यह देखा गया /// है कि जिनका नियंत्रण बैंकों पर है उन्हीं का सम्बन्ध उद्योगों तथा व्यवसाय से होता है (3) । कुछ एक तो इस तरह बड़े व्यवसायिक घराने बन बैठते हैं । ये घराने फिर / बैंकों से बड़े-बड़े ऋण ले लेते हैं जो आर्थिक तथा सामाजिक दृष्टि से हितकर // नहीं होता । जाहिर है कि इस तरह के ऋण कम शेयर मालिकों के व्यापक /// हितों के विरूद्ध जाता है । राष्ट्रीयकरण इस त्रुटि को दूर करने का प्रयास करता है । (4)
ये तथ्य ही ऐसे हैं कि जिन्हें चुनौती नहीं दी जा सकती । इस पर बहस / हो सकती है कि इस त्रुटि को दूर करने के लिए कौन-सा तरीका अपनाया // जाए । सरकार विचार में इस त्रुटि को तभी दूर किया जा सकता है जब /// कि सरकारी रिज़र्व बैंक के हाथ में अधिक नियंत्रण शक्ति हो, और इन बैंकों के (5) निदेशकों की समिति में कुछ सदस्य सरकार की ओर से नियुक्त किए गए हों । इसी / तरह से अन्य उपाय सरकार द्वारा सुझाए जाते हैं । (324 शब्द)