Sajnani Exercise 10 80 WPM Hindi Shorthand Dictation
साजनानी किताब के अभ्यास 10 का डिक्टेशन 80WPM (शब्द प्रति मिनट) मे दिया गया है। इसको अच्छे से लिख कर अन्य अभ्यास को भी लिखें।
Sajnani Shorthand Dictation Exercise 10 80 WPM Audio
Write Dictation: Sajnani Exercise 9
अभ्यास – 10
उपसभाध्क्ष महोदय, केन्द्र सरकार ने पहली बार यह साहस भरा कदम उठाने का निश्चय किया / है कि रेलवे लाइन को उखाड़ने या तोड़-फोड़ करने वालों को मृत्युदंड दिया जाये । // दुनिया के सभी देशों में राष्ट्रद्रोहियों को चाहे वे जासूस हों या तोड़-फोड़ करने वाले /// इस तरह के कठोर दंड दिये जाने की व्यवस्था है । सरकार ने इस आशा से (1) कि लोगों में सार्वजनिक सम्पति की रक्षा करने की भावना जागेगी इस तरह की काननी / व्यवस्था से बचने की कोशिश की । एक कारण यह भी रहा कि मृत्युदंड समाप्त करने // के पक्ष में जैसी जनभावना है, केन्द्र सरकार ने उसका भी आदर करना उचित समझा । /// यही वजह थी कि सात साल पूर्व जब भारतीय रेलवे कानून में संशोधन किया (2) गया तब तीन से सात साल तक की कठोर कैद की ही व्यवस्था की गयी । / लेकिन इतने दिन तक संशोधन कानून पर अमल करने के बाद सरकार को बाध्य होना पड़ा कि वह तोड़-फोड़ करने पर उतारू तत्वों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करें।/// सीमाओं की रक्षा करने वाले जवानों को ले जाने वाली ट्रेनों में भी तोड़फोड़ (3) की घटनाएँ होने के बाद तो सरकार के लिए और भी आवश्यक हो गया कि / वह इस दिशा में शीघ्र कोई कदम उठाये ।
रेल दुर्घटनाओं के संबंध में बाँचू समिति // ने जो रिपोर्ट दी, आवश्यकता इस बात की है कि सरकार उसकी बातों को /// सामने रखें । रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस और स्वराष्ट्र मंत्रालय रेलवे दुर्घटनाओं को रोकने (4) के लिए अपना दायित्व निभाने से कतराते हैं । रेलवे जांच के बाद जिन दुर्घटनाओं के / लिए तोड़-फोड़ करने वालों को ज़िम्मेदार ठहराया जाता है करती है // और जहाँ यह पुलिस अपनी असहमति प्रकट मानती भी है कि दुर्घटना तोड़-फोड़ के कारण हुई वहाँ ऐसे /// लोगों को गिरफ्तार करने में ढिलाई बरतती है । बाँचू समिति ने कहा है कि पुलिस (5) ने 27 तोड़-फोड़ की घटनाओं में से सिर्फ 13 को ही स्वीकार किया और इनमें / से भी सात घटनाओं में वह मुलजिमों का पता लगाने में असफल रही । (334 शब्द)