Ramdhari Gupta Khand 1 Exercise 19 60WPM, 80WPM Hindi Shorthand Dictation
आपको रामधारी खण्ड 1 की प्रतिलेखन संख्या 19 का हिंदी मे 60 wpm, 80wpm की स्पीड मे hindi dictation बोला गया है। इसको आप 5 से 6 बार लिखें और कठिन शब्दो को अलग से लिख कर प्रैक्टिस करें।
Ramdhari Gupta Khand 1 Exercise 19 60 WPM Audio
Ramdhari Khand 1 Exercise 19 80 WPM Audio
Dictation लिखें – Khand 1 Exercise 18
उच्च गति अभ्यास प्रतिलेखखन संख्या – 19
महोदय, जब तक अहिंदी भाषी हिंदी को हृदय से स्वीकार नहीं, करते तब तक वह राष्ट्रभाषा का स्थान नहीं पा सकती। और यह तभी हो सकता है जब वे यह समझें कि इसमें उनका भी योगदान है और उन्होंने इससे केवल लिया ही नहीं बल्कि इसे कुछ दिया भी है और उन पर कोई दूसरी भाषा लादी नहीं गई है बल्कि यह उनकी ही भाषा है। मेरे कहने का अर्थ यह नहीं कि आप उनकी ही व्याकरण अपना लें। इसका अर्थ यही है कि आप उदारतापूर्वक जितना ले सकते हैं ले लें। भाषा इसी प्रकार बन सकती है । यह भी आवश्यक नहीं है कि उसको स्वीकार करने पर आप वही लिखना आरंभ कर दें । परंतु जो वे लिखें, उसको आप गलत न समझें। आज किसी भी भाषा का रूप वही नहीं है जो उसके प्रारंभिक काल में था। उसमें परिवर्तन होता रहता है। हिंदी के इतिहास में भी आपको यही बात मिलेगी। मैं हिंदी का कोई विद्वान नहीं हूँ पर मैं अपने अनुभव से कह सकता हूँ कि उसमें भी पिछले पाँच-छह सौ वर्षों में बहुत अंतर पड़ा है तथा पहले की और आज की हिंदी में काफी अंतर है । इसलिए नवयुग में जब वह देश की भाषा बनने जा रही है तो उसमें थोड़ा अंतर करना भी पड़े तो वह स्वीकार कर लेना चाहिए जिससे उसका अन्य प्रदेशों के लोगों के साथ मेल बैठ जाए। कई अहिंदी भाषी लोगों ने भी हिंदी की काफी सेवा की है। आपके राज्यपाल महोदय अहिंदी भाषी हैं और इन्होंने अपनी भाषा की बड़ी सेवा की है। यह भी हिंदी के पक्ष में थे और इन्होंने बड़ा योग दिया जिसके कारण हम संविधान सभा में सफल हो सके। इनका भी यही विचार है जो मेरा है। मैं चाहता हूँ कि इनको भी हिंदी की सेवा करने का अवसर दिया जाना चाहिए। उसका फल हिंदी के लिए और देश के लिए अच्छा ही होगा ।
मानपत्र में आपने संस्कृत के संबंध में कहा है। मैं मानता हूँ कि हमारे देश में संस्कृत का अध्ययन आवश्यक है क्योंकि देश की सभी भाषाओं.. का स्रोत वही भाषा है। संस्कृत से हमारा संबंध अटूट है । इसकी पढ़ाई-लिखाई कम हो गई है, यह हमारे लिए दुख की बात है । मैं आशा करता हूँ कि इसकी उन्नति होगी ।